अधूरी प्रेम कहानी.......... अधूरी प्रेम कहानी..........
जहाँ हम बसायें धवल चाँदनी में सपन क्यों हमें ये सजाना न आया। जहाँ हम बसायें धवल चाँदनी में सपन क्यों हमें ये सजाना न आया।
जिंदगी में फिर से, दिल लगाने पे एतबार करता हूँ। जिंदगी में फिर से, दिल लगाने पे एतबार करता हूँ।
तेरे क़िस्सों से भरी थी मेरी ज़िन्दगी की किताब बस तू ही तो था मेरे हर एक सवाल का जवाब तेरे क़िस्सों से भरी थी मेरी ज़िन्दगी की किताब बस तू ही तो था मेरे हर एक सवाल ...
पूर्णता को अपूर्ण मान अपनी जीवन को नित्य सँवारता है। पूर्णता को अपूर्ण मान अपनी जीवन को नित्य सँवारता है।
यूँ छोड़के जा रही हो तन्हा सफर में अकेले, एक बार फिर से सोच लो जाना जरूरी है क्या ! यूँ छोड़के जा रही हो तन्हा सफर में अकेले, एक बार फिर से सोच लो जाना ज...